Bhula Diya Abhi Abhi | Ashish Raj Kiran - Web Author & Shayar
बारिश, बादल, चांद, हवाएं और ये शमा प्यारा, मुझे बेकार लगता है तुम्हारे बिन जहां सारा : Ashish Raj Kiran

Bhula Diya Abhi Abhi

भुला दिया उस बेवफा को अभी अभी मैंने
लिया है ज़ाम का सहारा अभी अभी मैंने
भुला दिया बेवफ़ा को.…-२ 

वो लम्हे गुजरे थे जो कभी संग तेरे ,
भुला दिया उन लम्हों को अभी अभी मैंने 
लिया है जाम … 


कभी तन्हाईयों में लिखकर जो ख़त तूने भेजे थे ,
जला दिया उन खतों को अभी अभी मैंने 
लिया है जाम … 

वो दर्द - ए - इश्क परिंदा जो कैद था दिल में ,
उड़ा दिया उस परिंदे को अभी अभी मैंने 
लिया है जाम … 

अभी तलक लबों पर नाम था मगर,
दबा दिया है उन्हें प्याले से अभी अभी मैंने 
लिया है जाम …

अभी अभी शुरु हुआ था मेरी जिन्दगी का सफ़र ,
डुबा दिया है कश्ती को अभी अभी मैंने 
लिया है जाम का सहारा अभी अभी मैंने,
भुला दिया है बेवफा को अभी अभी मैंने।

- आशीष कुमार रावत

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