आज खुले आकाश में
उड़ने दो इन नादान परिंदे को,
न रोको न टोको इन्हे
खुलने दो इनके पंखो को,
इनकी भी ख्वाहिश पहचानों
जरा देखो इनकी आँखों को ,
ये आकाश हम सबका है,
जीओ और जीने दो।
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न रोको न टोको इन्हे
खुलने दो इनके पंखो को,
इनकी भी ख्वाहिश पहचानों
जरा देखो इनकी आँखों को ,
ये आकाश हम सबका है,
जीओ और जीने दो।
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