ये खुला आसमां… | Ashish Raj Kiran - Web Author & Shayar
बारिश, बादल, चांद, हवाएं और ये शमा प्यारा, मुझे बेकार लगता है तुम्हारे बिन जहां सारा : Ashish Raj Kiran

ये खुला आसमां…

आज खुले आकाश में
उड़ने दो इन नादान परिंदे को,
न रोको न टोको इन्हे
खुलने दो इनके पंखो को,
इनकी भी ख्वाहिश पहचानों
जरा देखो इनकी आँखों को ,
ये आकाश हम सबका है,
जीओ और जीने दो।
ashishthehero.blogspot.com
Email this page
 Print Friendly and PDF

0 Comments

कृपया प्रतिक्रिया दें (Feedback Please)