मुसाफिर है जिन्दगी ,
रूकती नहीं किसी मोड़ पे
दो
पल जिन्दगी के,
आओ जी ले खुशी से |
किसकी किस्मत
में क्या है
किसको पता,
किस्मत से
पहले
आओ जी ले ख़ुशी से |
डर का कमरा
हर किसी के दिल में है,
उस डर से पहले
आओ जी ले ख़ुशी से |
राह
चलते हुए,
लग सकती है चोट,
पर उस चोट से
पहले
आओ जी ले ख़ुशी से |
हर किसी को एक
दिन
बिछुड़ना है सबसे,
पर बिछुड़ने से
पहले
आओ जी ले ख़ुशी से |
कभी भी हो
सकती है
बरसात आशुओं की,
उस बरसात से
पहले
आओ जी ले ख़ुशी से |
मोहब्बत का
अंजाम
अक्सर होता है बुरा,
उस अंजाम से
पहले
आओ जी ले ख़ुशी से |
" आशीष " मिलते है कम
बद्दुवाओ के बदले,
उन बद्दुवाओ
से पहले
आओ जी ले ख़ुशी से |
- Ashish Kr. Rawat
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