Colorful Dreams Of Black & White World
इंसान इस पृथ्वी का सबसे बुद्धिमान प्राणी है, और उतना ही मुर्ख। मुर्ख इसलिए क्यूंकि इंसान के पास सोचने की क्षमता है, वह हर चीज़ का विश्लेषण कर सकता है। इसके बावजूद भी वह अपना सम्पूर्ण जीवन मूर्खतापूर्ण कार्य करने में व्यतीत कर देता है, और जब उसे होश आता है तबतक बहुत देर हो चुकी होती है। और फिर इंसान के पास कुछ शेष नहीं बचता।
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Image Source : Google |
हम शुरुआत से समझने की कोशिश करते है। इंसान जन्म लेता है, समय के साथ-साथ उसका विकास होता रहता है। पढता लिखता है, अच्छी सी नौकरी पा जाता है। शादी होती है, बच्चे होते है और अंत में वह वृद्ध हो जाता है। एक दिन ऐसा भी आता है जब उसकी आत्मा उसके शरीर का साथ छोड़ देती है अर्थात वह मर जाता है, और इस नश्वर संसार को छोड़ जाती है। आओ और जाओ , क्यूँ जिए? पता नहीं। क्यूँ मरे ? पता नहीं।
ये जिंदगी बहुत रंगीन सपने दिखाती है साहब, और सारी जिंदगी हम सिर्फ रंगीन सपने देखने में ही गुजार देते हैं। ये इंसान जो मिटटी का बना है, जिसका कोई भरोसा नहीं कब बारिश की बून्द पड़े और उसका अस्तित्व मिट जाए, अपने आप को घमंड में डूबाता रहता है। ये मेरा है, वो मेरा है, मेरे पास इतना बैंक बैलेंस है, मेरे पास ये है मेरे पास वो है। अरे भाई क्या है तुम्हारे पास ? कुछ नहीं है तुम्हारे पास, खाली हाथ आये थे और खाली हाथ ही जाओगे।
ये जिंदगी बहुत रंगीन सपने दिखाती है साहब, और सारी जिंदगी हम सिर्फ रंगीन सपने देखने में ही गुजार देते हैं। ये इंसान जो मिटटी का बना है, जिसका कोई भरोसा नहीं कब बारिश की बून्द पड़े और उसका अस्तित्व मिट जाए, अपने आप को घमंड में डूबाता रहता है। ये मेरा है, वो मेरा है, मेरे पास इतना बैंक बैलेंस है, मेरे पास ये है मेरे पास वो है। अरे भाई क्या है तुम्हारे पास ? कुछ नहीं है तुम्हारे पास, खाली हाथ आये थे और खाली हाथ ही जाओगे।
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