कैसे किस को पत्थर मारु (Kaise Kisko Patthar Marun) | Ashish Raj Kiran - Web Author & Shayar
बारिश, बादल, चांद, हवाएं और ये शमा प्यारा, मुझे बेकार लगता है तुम्हारे बिन जहां सारा : Ashish Raj Kiran

कैसे किस को पत्थर मारु (Kaise Kisko Patthar Marun)

कैसे किस को पत्थर मारु
सभी यहां पर अपने हैं
जो सच हुए वह हकीकत
जो टूट गए वह सपने हैं

Hindi Shayri

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